Hindi shayari | love shayari | love shayari in Hindi | Sad shayari in Hindi | two lines shayari.
लव हिंदी शायरी 💕💕💕:
🌹उन किनारे के पत्थरों को ख़ामोश रहनें दो....
बड़े दिन से अकेले हैं….. कहीं इश्क़ न कर बैठें..
वो नाराज़ है तो चलो बात कर आयें.......
🌹कहीं ऐसा न हो.... की रिश्तों में वक़्त अपना खेल कर जाए....
वो ऐसा है.... की हमारा और उनका ताल्लुक पुराना है....
तुम हमें देख की उनसे.... अजनबी नहीं समझो....
🌹रिश्तों के दरमिंयाँ कुछ गलत ..... कुछ सही सा है....
कितना भी समझाया जाए.... आदमी मतलबी सा है....
बिना महके ही वो चमन में..... फैला हुआ है...
🌹कहीं ऐसा तो नहीँ..... वो पंछी.... बहुत घाटों का है...
आज रात ......उनका ख़ाब न आया....
"सुबह" से हम भिड़ गए..... इस बात लेकर
🌹बहुत कुछ बोल दिया उसनें....
मैं सुनता चला गया....
तेरे आनें से पहले भी तो...... जीते ही थे....
🌹चल कोई बात नहीं... तू अब नहीं है....किसी तरह जी लेंगे हम
ख़ुदा तो अब भी वैसा ही है.... जैसा पहले... था.....
बस.....अब लोगों नें उसे.... कमाई का ज़रिया बना लिया है 'मैकू'...
🌹बड़ी कोशिश की.... तुमसे सब छुपा लूँगा....
बड़ी आसानी से ....सबकुछ कह दिया.... जब सामनें तुम आयी....
तुम भी कभी मुझसे .... झूठ बोल लिया करो....
🌹शर्त ये है.... की उसे मैं 'मैकू'... पकड़ न पाऊँ
मैं तेरी हां में हां..... मिलानां चाहता हूँ....
बस तू हां तो कर 'मैकू'.... मैं पूरी जिंदगी तेरे साथ बितानां चाहता हूँ....
Two lines shayari
🌹ये मत सोच की हम इतने खाली बैठे हैं.... जो सिर्फ़ तुझे ही याद करें...
यहाँ बहुत सी औऱ चीजें हैं..... जिसे सोच के भी रोया जा सकता है....
🌹मकान बहुत बड़ा है उसका...
यक़ीन मानिए.... दिल वाक़ई छोटा है मगर....
सजते संवरते ये चेहरे.... बड़े खूबसूरत से हैं....
🌹जिस्म की अच्छाई से हमें भला.... क्या लेनां देना.....
वो लौट गया.... मेरे चौखट से 'मैकू'....
हमनें कसम जो दी थी.... दुबारा ना आनें की उसे....
🌹बड़ा कीमती लगता है....
कहाँ से लाये हो... ये बेवफ़ाई का हुनर....
बात ये नहीं ..... कि मैं जीत गया....
🌹दुश्मन अच्छा था.... यकीन मानें... मज़ा... आया...
रुख्सत वो हुआ.... मेरी रूह भी ..... जिद पे अड़ी है.....
ऐ मालिक... क्यों ऐसा है.... मैं रुक गया... और वो आगे बढ़ चली है…
🌹परसों ही शहर में ...... बेहतरीन एक बात हुई.....
वो शाम को आया..... औऱ नई ... एक कहानी की शुरुआत हुई.....
वो पत्थर भी खुद..... उसी जगह से ...टूट गया....
🌹वो सोया करता था जहाँ.... मेरे हाथ का तकिया लगाए....
क़दम क़दम मिलाए चलनें की बात...... छोड़ दीजिए.....
वक़्त बिगड़ा..... शकल दिखाए भी उन्हें....एक अरसा हो गया....
🌹शायद किसी और से तुझे मोहब्ब्त हो गयी है....
चल कोई बात नहीं..... तेरे बिना रहनें की आदत डाल ली है मैनें
वो चाहता हैं.... मैं गिरकर टूट जाउँ.....
🌹मैं गिरता हूँ हमेशा..... पर टूटना हमें आया ही नहीं.....
समय कुछ ऐसा खेल कर रहा है.....
एक पराया अपनों से ज़्यादा..... हमपे मर रहा है....
🌹मुकद्दर की बातें क्या करूँ मैं....
यहाँ मेरा न काम चल रहा न नाम....
मिटी हुई तस्वीरों पे.... भरोसा न किजिए....
🌹मुरझाए फूलों से.... ख़ुशबू की उम्मीद नहीं होती....
खयाल आया था उनका..... हल्की बारिश के बाद.....
Love shayari in Hindi
🌹मैं घर लौट के सो गया..... बोतल में डूब के
हर शर्त मानना मोहब्ब्त में ज़रूरी है क्या....?
मोहब्ब्त तो दोनों तरफ़ से थी.... तो मैं अकेला... क्यों रोऊँ...
🌹हड़प लिया है उसनें.... मेरे दिल की ज़मी को...
तू लौट जा मुसाफ़िर..... जगह ख़ाली नहीं है....
वो लाल वाला रंग न लाना.... इस बार होली में.....
🌹तेरे होठों से रंग लगेगा... इस बार गालों पर...
गिरफ्त में हूँ मैं तेरे..... आज़ाद न करना....
यहाँ हिसाब ज़रा उल्टा है..... क़ातिल तू और मुज़रिम मैं....
🌹ख़्वाहिश थी.... की तुमसे इश्क़ ...... बेहिसाब की जाए.....
ना जानें क्या हुआ..... अब तुझे देखनें तक का मन नहीं होता....
मौजूद है तू..... हर पल मुझमें....
🌹ऐ शंकर कितना..... खोजूँ मैं तुझे....
हर बात कही.... हर बात सुनी....
पर अब 'मैकू'..... इच्छा न रही...
🌹जिन दिन ख़ुदा का..... फ़ैसला होगा...
यकीं है मुझे.... दोषी को सज़ा मिल जाएगी...
बड़े सलीके से तोड़ डाला हमनें.... आईना अपना घर वाला...
🌹मैं ही इस घर लाया उसको... और वो ही मुझको.... चुभ भी गया....
वो अनपढ़ होता..... तो चलो ठीक था...पढ़ा लिखा होकर भी..... उसनें जज़्बात नहीं समझा
🌹मुश्किल है तेरे जैसा ढूंढ पाना....
इसलिये नहीं कि कोई और नहीं है.... बल्की इसलिये की तेरे जैसा कोई चहिए ही नहीं…
🌹बतौर-ए-इश्क़..... मैनें किया था...... बहुत कुछ....
जब गिनवानां हुआ.... मैं चुप-चाप चल निकला
वहाँ मिट्टी मेँ महक थी...... गज़ब की....
Love shayari
🌹यहाँ मिट्टी मेँ .... गद्दार बहुत हैं...
रौशनी नें अंधेरों से.... झड़प कर लिया....
कौन ज़रूरी है कौन नहीं...... इस बात को लेकर...
🌹उस साख़ पे पत्ते भी 'मैकू' टिक नहीं पाते.....
जड़ों को जिनकी ग़ैरों नें..... खोखला किया था...
बड़ी शुष्क हैं हवाएँ.....
🌹कहीं ग़लती से तुम... हमें याद कर बैठे हो क्या....?
तुम सिर्फ़ ख़ाहिश ज़ाहिर करो.... इश्क़ में भीग जानें कि.....
हम बादल बन बरस न जाएं.... तो कहन
वो रास्ता आसान था.... कहीं पहुचनें के लिए.....
पर..... हमें पसंद ना आया... उसका ग़ुरूर 'मैकू'
घर मिट्टी का बनाया जो... रहनें के लिए....
बारिशों को ये मोहब्ब्त...... नागवार गुजरी.....
🌹सुनें तो हमनें भी बहोत थे.... इश्क़ के चर्चे....
यकीं किसी और पे करना.... हमारी आदत में नहीं है....
ग़मों को चीर के..... जिंदा किसी तरह बचा हूँ मैं.....
लोगों को शिक़ायत है.... की.... मर जाना चाहिए था...
🌹वो बेवफ़ा नहीँ है....
बस बदल गया है.....।
उजडें हुए लोगों से न पूछो..... हुनरमंदी क्या है...
🌹ये वो ताक़त है... जो महल वालों से....पूछी जाती है
पसंद आया था... वही एक.... खिलौना हमें भी.....मेले में
एक बच्चा उसे देख रोनें लगा...तो मैं भी छोड़ चल दिया....
🌹मिज़ाज़न...... वो बहुत गुस्सैल है 'मैकू'....
हक़ीक़त ये है.... मैं.... उस गुस्से की दवा हूँ.....
पाबंदियाँ लगी हैं... उसके मेरे मिलनें पर....
Hindi shayari
🌹उन्हें लगता है.... वो बालू... मुट्ठी में क़ैद कर लेंगे....
गर चला आया है... मेरे दर तक 'मैकू'....
हिम्मत कर..... हाँथ मिलाता जा यारा....
🌹उसका बोलना ज़रूरी था इस बार 'मैकू'.....
वो चुप रहा.... और ये रिश्ता.... वहीं बैठ गया....
हमें नज़र लग गयी...... मुरझाए फूलों की...
🌹गुलशन तो मेरा अपना था..
वो अक्सर मेरी कमियाँ गिनाए देते हैं....
जिन्हें मैं ज्यादा.... क़ाबिल समझता हूँ...
🌹बात ये नहीं कि वो.... टूट गया...
जब तक मुमकिन था सहना.. उन पत्थरों में दरार तक ना आई
🌹शाम हो गई है.... मैं घर जा रहा हूँ 'मैकू'....
उसकी याद .....आनें ही वाली होगी...
दरार .....एक छोटा सा था... उस आईनें में....
देखते देखते.... वो आईना टूट के बिखर गया....
मुड गया.... वो हमें आते देखकर....
🌹🌹उसे लगा.... मैं कहीं... उसका हाल पूछनें न चला जाऊं...
एक नया नुस्ख़ा मिला है.... दर्द मिटानें का.....
नशे में डूबे रहो... दिन रात बस और कुछ नहीं....
🌹बड़ी देर लग गई तुझे समझ पानें में....
काश न समझते..... तो बेहतर होता...
बात न समझनें वाले.....
Romantic shayari
🌹कहीं तुझे इश्क़ तो नहीं हो गया.... बोलते बोलते.....
वो अपना है.... उसे बुला लो..... वो गैर थोड़ी है....
हमारें यहाँ.... जैसे को तैसा का रिवाज नहीं है.....
🌹वो देख...... मुझे देखकर हँस रहे हैं लोग.....
एक तरफ़ा मोहब्ब्त....... गुनाह है क्या....????
वो चल नहीं सकते... थक गए हैं....वो लड़खड़ाते पाँव.....
🌹मेरे मजबूत पावों का सहारा ..... बननें में उन्हें अब भी कोई परहेज़ नहीँ है....
हर बात के बाद.... वो मुझे यकीं दिलाता रहता है...
उसे मालूम नहीं शायद.... मैं उसकी असलीयतों से वाकिफ़...... न जानें कब से हूँ......
🌹तुम यकीन कर सको...... तो करलो मेरी बातों का....
अब तुम्हारे लिए.... मैं दिल ...... चीर नहीं सकता..... अपना.....
सुना है... मरहम लाया है.... वो बेचनें के लिए.....
Love shayari new
🌹उससे कहा दो.... वो ख़ुद भी मरहम है... किसी के लिए.....
कुछ को गरीबी नें.. तो कुछ को.... बेबसी में मार दिया....
हम तो साब...... पढ़े लिखे थे..... हमें नौकरी की तड़प नें... मार दिया...
🌹पलट रहा है वक़्त..... बदल रहे हालात.....
'मैकू'... सम्भल के चल इन नए.... रास्तों पर...... ऐसा न हो की ...... फिर वही हो जाए बात...
वो कहता है.... नादानियाँ मत कर..... हार जाएगा.....
🌹मैनें तो कह दिया..... अब इतना हार चुके हैं.... की कुछ बचा ही नहीँ....
मैं उसकी तलाश कर रहा था... लाल कपड़ों से.....
वो नक़ाब ओढ़े आया.... मोहल्ले वालों के सितम से....
Love shayari photos
🌹कुछ घर की.....जिम्मेदारियाँ हैं.... कुछ तेरा प्यार.....
बस और कुछ नहीं जिंदगी में..... यही तो है मेरा पूरा संसार.....
मुझे ज़लील करके ...... बहुत अच्छा किया उसनें....
बेवज़ह किसी के लिए भी..... यूँ ही..... जिंदगी बर्बाद कर रहा था मैं….
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